WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Cochin University of Science and Technology: आखिर कहाँ और कैसा है, ये विख्यात साइंस यूनिवर्सिटी

SUKESH KUMAR
Cochin University of Science and Technology

Cochin University of Science and Technology (CUSAT) कोच्चि, केरल में स्थित एक प्रतिष्ठित स्वायत्त विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1971 में हुई थी। यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और अनुसंधान में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सम्पूर्ण समर्पित है।

Cochin University of Science and Technology: एक नज़र विश्वविद्यालय की ओर

आज हम Cochin University of Science and Technology (CUSAT) के बारे में गहराई से जानेगे। ये विख्यात University कोच्चि, केरल में स्थित है और इसकी स्थापना 1971 में हुई थी। CUSAT एक स्वायत्त विश्वविद्यालय है जिसे केरल सरकार के द्वारा संचालित किया जाता है। इस विश्वविद्यालय मुख्य उद्देश्य आज के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, उद्योग, वाणिज्य, प्रबंधन और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में उच्च शिक्षा और अनुसंधान को जोरो टोरो से बढ़ावा देना है।

परिसर और सुविधाएँ

Cochin University of Science and Technology विश्वविद्यालय के तीन परिसर हैं – दो कोच्चि में और एक कुट्टनाड, अलप्पुझा में है। मुख्य (त्रिक्काकरा) परिसर कोच्चि के दक्षिण कलामास्सेरी में स्थित है। यह परिसर कोच्ची के 180 एकड़ में फैला हुआ है और यहां पर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, कुंजली मरक्कर स्कूल ऑफ मरीन इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज और स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज स्थित हैं।

Cochin University of Science and Technology
Cochin University of Science and Technology

लेकसाइड परिसर, मुख्य परिसर से 12 किमी दूर कोच्चि शहर के फाइन आर्ट्स एवेन्यू पर स्थित है। यह परिसर समुद्री विज्ञान स्कूल, औद्योगिक मत्स्य पालन स्कूल, भौतिक महासागरीय विज्ञान विभाग, वायुमंडलीय विज्ञान विभाग, रासायनिक महासागरीय विज्ञान विभाग, समुद्री जीवविज्ञान, सूक्ष्मजीव विज्ञान और जैव रसायन विज्ञान विभाग, और समुद्री भूविज्ञान और भूभौतिकी विभाग का घर है।

पुलिंकुन्नू परिसर, कुट्टनाड, अलप्पुझा जिला में मुख्य परिसर से 65 किमी दूर स्थित है। यहां कोचिन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कुट्टनाड (CUCEK) और कोचिन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन्स (CUCCA) स्थित हैं।

Also Read

Indian Stock Market Books pdf: ये टॉप 5 बुक्स जो आपको दिलाएगी, स्टॉक मार्केट में सफलता

शैक्षणिक और अनुसंधान विभाग

Cochin University of Science and Technology में कुल 29 अध्ययन और अनुसंधान विभाग हैं। ये विभाग विभिन्न विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की पेशकश करते हैं। विश्वविद्यालय का ध्यान विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, पर्यावरण अध्ययन, मानविकी, कानून, समुद्री विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान और सामाजिक विज्ञान पर है।

भौतिकी विभाग को 1963 में प्रो. के. वेंकटेश्वरलु द्वारा स्थापित किया गया था। यहां नैनोसाइंस और प्रौद्योगिकी, ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस, क्वांटम कंप्यूटिंग, अर्धचालक डिवाइसेस, सोलर सेल्स, होलोग्राफिक सामग्री, उच्च घनत्व स्टोरेज बैटरीज, एस्ट्रोबायोलॉजी और क्वांटम ऑप्टिक्स पर शोध किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की स्थापना 1975 में हुई थी। यहां माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स, माइक्रोप्रोसेसर, अंडरवाटर एकॉस्टिक्स, ओशन इलेक्ट्रॉनिक्स आदि पर शोध होता है। इस विभाग के अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी डेल्फ्ट यूनिवर्सिटी (नीदरलैंड्स), पोलरिज़वन कॉर्पोरेशन (मलेशिया), यूनिवर्सिटी ऑफ केंट (यूके) और यूनिवर्सिटी ऑफ सरे (यूके) हैं।

Cochin University of Science and Technology
Cochin University of Science and Technology

पॉलीमर साइंस और रबर प्रौद्योगिकी विभाग की स्थापना 1971 में हुई थी। यह विभाग पॉलीमर विज्ञान और इंजीनियरिंग में अग्रणी है और इसका बीटेक कार्यक्रम 1972 में शुरू हुआ था।

अनूठी पहचान

CUSAT का अंतर्राष्ट्रीय स्कूल ऑफ फोटोनिक्स 1995 में स्थापित हुआ था। इस विभाग में विभिन्न लेजर सिस्टम और लेजर कंपोनेंट्स के डिजाइन और निर्माण पर शोध होता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने मार्च 2002 में Cochin University of Science and Technology को “यूनिवर्सिटी विद पोटेंशियल फॉर एक्सीलेंस” के रूप में मान्यता दी थी और इसे लेजर और ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स विज्ञान के क्षेत्र में 5 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ था।

प्रवेश प्रक्रिया

CUSAT में स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (CAT) का आयोजन किया जाता है। कुछ स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए विभागीय प्रवेश परीक्षाएं (DAT) भी होती हैं।

विशिष्ट घटना

2018 में कोचिन बैकवाटर्स से एक नई प्रजाति के एम्फीपोड की खोज की गई थी, जिसे विश्वविद्यालय के नाम पर विक्टोरियोपिसा कुसातेंसिस नाम दिया गया।

Also Read

Which day is World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस पहली बार कब और क्यों मानते है

Top 5 Smartphone Tips: यदि आप भी इन 5 टिप्स को अपनाते है तो, आपका स्मार्टफोन कभी हैंग नहीं होगा

Share This Article
Leave a comment